राजधानी देहरादून में गुरुवार की शाम से रुक-रुक कर हो रही बारिश का सिलसिला आज यानी शुक्रवार को भी जारी है। दून में आज आसमान के काले बादल छा गए और अंधेरा हो गया। जिसके बाद तेज गर्जना के साथ मूसलाधार बारिश हुई। कहीं-कहीं ओलावृष्टि भी हुई।
बारिश बर्फबारी से यमुनोत्री एवं गंगोत्री हाईवे समेत आधा दर्जन संपर्क मार्ग अवरुद्ध हो गए और कई क्षेत्रों में बिजली व पेयजल आपूर्ति ठप हो गई। गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के साथ ही मुखबा, हर्षिल, धराली, सुक्की, जानकीचट्टी, खरसाली, सांकरी आदि ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फ की चादर बिछ गई है। गंगोत्री हाईवे पर सुक्की से आगे वाहनों की आवाजाही ठप पड़ी है, जबकि यमुनोत्री हाईवे पर भी हनुमानचट्टी से आगे यातायात जोखिम भरा बना हुआ है। यहां बीआरओ और एनएच के कर्मचारी मशीनों से बर्फ हटाने के काम में जुटे हुए हैं, लेकिन बर्फबारी का सिलसिला जारी रहने से यातायात बहाली में दिक्कत आ रही हैं।
जिले के निचले इलाकों में मार्च माह में भी मानसून जैसी बारिश ने समस्या खड़ी कर दी हैं। जगह-जगह भूस्खलन सक्रिय होने से सड़कें अवरुद्ध हो रही हैं। गंगोत्री हाईवे बृहस्पतिवार रात करीब नौ बजे धरासू पुल के पास भूस्खलन से अवरुद्ध हुआ। इस दौरान यहां एक यूटीलिटी वाहन फंस गया। इसमें सवार लोगों ने किसी तरह भाग कर अपनी जान बचाई, लेकिन मलबे में दबने से वाहन क्षतिग्रस्त हो गया। यहां शुक्रवार सुबह करीब दस बजे यातायात बहाल हो पाया। यमुनोत्री हाईवे भी डामटा, कुथनौर एवं छटांगा में भूस्खलन से अवरुद्ध होने के कारण यहां करीब दस घंटे तक यातायात प्रभावित रहा।
छटांगा में अभी यातायात बहाली के प्रयास चल रहे हैं। इसके अलावा आराकोट-चीवां, चीवां-मौंडा, टिकोची-सरतली, हर्षिल-मुखबा, खरसाली आदि मोटर मार्ग भी भूस्खलन एवं बर्फबारी के चलते अवरुद्ध हैं। बारिश और बर्फबारी के चलते तापमान में जबर्दस्त गिरावट आने से मार्च माह में भी कड़ाके की ठंड पड़ रही है। शुक्रवार को जिला मुख्यालय समेत निचली घाटियों में अधिकतम तापमान 11 डिग्री और न्यूनतम 6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। जबकि यमुनोत्री एवं गंगोत्री धाम समेत बर्फबारी वाले इलाकों में अधिकतम तापमान 2 डिग्री और न्यूनतम माइनस 4 डिग्री सेल्सियस रहा। इस बार नवंबर माह से शुरू हुई ठंड से होली के बाद भी निजात नहीं मिलने से लोग परेशान हैं।